बादल आए's image

लो फिर से ये बादल आए
पुरवाई के संग में उड़कर
जल प्रसन्नता भीतर भरकर
श्वेत,कृष्ण और रक्त वर्ण में भांति भांति के रूप बनाए
लो फिर से ये बादल आये।
सब मन भावन प्यारा सावन
दादुर बोले चातक गाता
जिनके स्वर सुन बहक कलापी
मंत्रमुग्ध हो नृत्य दिखाता

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