कोई वफादारी की तारीफ़ करता है
कोई कोई तो गाली की तरह लेता है
कोई मुझे देखते ही झल्लाने लगता है
तो कोई बासी सही, पर रोटी दे देता है
किसी किसी को हमारे होने से फर्क नहीं
खैर व्यस्त लोगों के लिए हमारे पास भी तर्क नहीं
हम तो बस कुछ घर, पुचकार, आहटें पहचानते हैं
आप यहीं से गुजरते हो न, अच्छे से जानते हैं
एक बार आपसे कर पाया तो बा
Read More! Earn More! Learn More!