गुजरता साल's image
102K

गुजरता साल

कान थक गए हैं मास्क के भार से,

सांसें भी आ रहीं है कपड़े के दरबार से,


वैक्सीन की डोज भी बढ़ती जा रही है,

नई नई प्रजातियां जाने कहां से आ रहीं है।


कुछ अच्छा वक्त जो हमने साथ गुजारा है।

क्या मेरे दिल का चैन नहीं तुझे गवारा है।


बच्चे भी थक गए हैं घर में बंद बंद,

Read More! Earn More! Learn More!