
जमाने से क्या पूछते हो कि मै कितना बुरा हूं,
मै जो भी हूं तेरा ही एक चेहरा हूं ।
किस गलतफहमी में घूमते हो आजकल,
तुम वैसे ही हो जैसा मै कह रहा हूँ ।
जिस रिश्ते को एहसान तले दबा दिया तूने,
उस रिश्ते को मै अलविदा कह रहा हूँ ।
कोई कह रहा था वक्त भर देता है जख्मों को ,
मै सालों बाद भी पुरवाई में कराह रहा हूँ ।
मिसालें दि
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