कलम
आसां न हो कहना जिसे
बड़ी बेबाकी से कह देती है कलम
गूंगी जुबां की आवाज है कलम
एक नई क्रांति की शुरुआत है कलम ।
भावनाओं का विस्तार है कलम
उमंगों की उड़ान है कलम
कभी दर्द भरी आवाज है कलम
कभी नारों का जयघोष है कलम ।
कभी करूण वेदना सुनाती है कलम
कभी ज्वाला सी
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