शायरी तेरी मेरी's image
402K

शायरी तेरी मेरी

हर वक्त ज़िंदगी में नया इम्तिहाँ रहा

मुझको हराने वाला मेरा राज़दाँ रहा//


हर चीज़ भूल सकता है लेकिन ये दिल मेरा

कैसे वो रिश्ता भूले कि जो दरमियाँ रहा


जो कोई और होता तो मैं लड़ भी लेता यार

पर सामने मेरे मेरा वो हमज़बाँ रहा //

Read More! Earn More! Learn More!