#रुख_ए_यार....
चाँद दिख जाता है तुम दिखते नहीं
रुख ए यार 'नवाब' को दिखाया करो,
दिल की गली है मिलकियत आपकी
ख़्वाबो में ही सही आया जाया करो,
सताने का हक़ भी है हासिल तुम्हे
ख्यालो में ही सही तुम सताया करो,
चश्म ए नम में अब रहती हो बस तुम
वक़्त बे वक़्त इन्हें ना रुलाया करो..!