वोह दरख़्त अब भी मुझमें हैं's image
9K

वोह दरख़्त अब भी मुझमें हैं

आज-कल मैं अपने गांव में नहीं हूँ
गांव के बड़े-बूढ़े बच्चे अब भी मुझमें हैं!

उन गली मुहल्लों में अब मैं नहीं हूं
मग़र वोह गली - कूचे अब भी मुझमें हैं!

उस घर - आंगन में अब

Read More! Earn More! Learn More!