ख़ामुशी मेरी उड़ाकर रखदेगी नींद तुम्हारी रातों में's image
186K

ख़ामुशी मेरी उड़ाकर रखदेगी नींद तुम्हारी रातों में

आजकल जोतुम कुछ बहकगए लगते हो कहीं जज़्बातों में
कभीतुम किसतरह खोये रहते थे हमारी हसीं मुलाक़ातों में

आज-कल जो तुमको रह नहीं ग

Read More! Earn More! Learn More!