
ये दिल मेरा यूँ ही मुसलसल टूटता रहे रोजो-शब शामो-सहर
हर -दिन हर -पल हर -सू हर -सम्त आधी रात बीच दोपहर
तनिक नहीं मलालो - रंजो -
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ये दिल मेरा यूँ ही मुसलसल टूटता रहे रोजो-शब शामो-सहर
हर -दिन हर -पल हर -सू हर -सम्त आधी रात बीच दोपहर
तनिक नहीं मलालो - रंजो -