दीप जलता रहा's image

तमाम हवाएं चलती रहीं रात भर
दिया भी पूरी हिम्मत से जलता रहा |
ताकत का गुमान था जिन हवाओं को
दिए का यह पराक्रम उन्हें खलता रहा ||

तब शांत हो हवाओं ने पूछा दिए से
मान रख हमारा, बुझ क्यों नहीं जाता?
दिए ने कहा पूरी सादगी, विनम्रता से
आशा का द

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