आँखें ख़्वाबों से भर लेते हैं
इश्क़ दोबारा कर लेते हैं
फिर नहीं आनी बरसात ये
और कुछ पल ठहर लेते हैं
क्या ख़बर कब बिछड़ जाएँ हम
याद तुमको तो कर लेते हैं
सीने से फिर लगा लो हमें<
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आँखें ख़्वाबों से भर लेते हैं
इश्क़ दोबारा कर लेते हैं
फिर नहीं आनी बरसात ये
और कुछ पल ठहर लेते हैं
क्या ख़बर कब बिछड़ जाएँ हम
याद तुमको तो कर लेते हैं
सीने से फिर लगा लो हमें<