दोस्ती's image

रूठ जाऊं में तो वो मुझे मनाते थे

खुश अगर हूँ मैं तो साथ मुस्कुराते थे

मेरे लिए वो हर मुसीबत से लड़ जाते थे

वो मेरे दोस्त ही थे जो मेरा हर पल साथ निभाते थे,,

राहों में हों कांटे तो फूल बन बिछ जाते थे

लड़खड़ाने लगे कदम तो सहारा बन जाते थे 

माना थोड़े कमीने थे शरारतें कर जाते थे

पर वो मेरे दोस्त ही हैं जो हर पल मेरा साथ निभाते थे,,

ज़िन्दगी की राह में सब अलग अलग हो गए

ज़िमेदारियों के बोझ में इधर उधर खो गए

मिलने जुलने का सिलसिला अब कम हो गया है

देर रात तक गप्पें मारना अब बन्द हो गया है

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