एक बार आ जाओ ना,
मेरी उलझन को सुलझाओ ना,
आप से ही उम्मीद लगाए बैठी हूं
एक बार आ जाओ ना,
मेरी उलझन को सुलझाओ ना
आप है सबके मालिक,
जगत विधाता आप है,
जीव जंतु सब प्राणी के
पालन कर्ता आप है,
विनती करते स
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एक बार आ जाओ ना,
मेरी उलझन को सुलझाओ ना,
आप से ही उम्मीद लगाए बैठी हूं
एक बार आ जाओ ना,
मेरी उलझन को सुलझाओ ना
आप है सबके मालिक,
जगत विधाता आप है,
जीव जंतु सब प्राणी के
पालन कर्ता आप है,
विनती करते स