
जीवन तेरे रूप अनेक
कभी हसाये कभी रुलाए
पल -पल में कई ख्वाब दिखाए
उठती -गिरती लहरों साबदलेहर पल वेष
जीवन तेरे रूप अनेक,
ना कोई दोस्त ना कोई यार
दुनिया है बस एक बयपार
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जीवन तेरे रूप अनेक
कभी हसाये कभी रुलाए
पल -पल में कई ख्वाब दिखाए
उठती -गिरती लहरों साबदलेहर पल वेष
जीवन तेरे रूप अनेक,
ना कोई दोस्त ना कोई यार
दुनिया है बस एक बयपार