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आंखों में क़ैद एक मंजर देखा है – हिंदी कविता
आंखों में क़ैद, एक मंजर देखा है,
मै प्यासा रहा, लेकिन समन्दर देखा है,
मुझे ना दिखाना खेल दुनियां के,
मैने हरियाली में भी, पेड़ो को बंजर देखा है।
बड़े अजीब है, तरीके यहां,
रिश्ते निभाने के,Read More! Earn More! Learn More!