"चाय और तुम"'s image

चल आज रात कहीं चलते हैं,

किसी चाय की टपरी पर,

बस कुछ थोडी ही दूरी पर,

हंसी ठिठोली करते हैं।


कह दोगी तो दूर चलेंगे,

पर्वत नदियां जहां मिलेंगे,

रस्ते भर तू बातें करना,

चुगली चाटी राज खुलेंगे।


तू अपनी दुनिया भी ले चल,

मेरी तो दुनिया तू है, तू चल,

छोड़ काम की चिंता इस पल,

बाकी बचा जो करेंगे अब कल।


Tag: हिंदी और4 अन्य
Read More! Earn More! Learn More!