![फुर्सत जो मिले दुनियादारी से's image](https://kavishala-ejf3d2fngme3ftfu.z03.azurefd.net/kavishalalabs/post_pics/%40manoj-kumar-mishra/None/1655014667311_12-06-2022_11-47-47-AM.png)
फुर्सत जो मिले दुनियादारी से,
प्रभु दरबार तुम्हारे आ जाऊं।
चरणों में सब कुछ अर्पण करके,
इस जीवन को धन्य बना पाऊं।
मैं आता कैसे रघुराई,
मेरी कुछ मजबूरी है।
जब दर्शन मन करना च
प्रभु दरबार तुम्हारे आ जाऊं।
चरणों में सब कुछ अर्पण करके,
इस जीवन को धन्य बना पाऊं।
मैं आता कैसे रघुराई,
मेरी कुछ मजबूरी है।
जब दर्शन मन करना च
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