व्यथा's image
तेरी मेरी 
व्यथा एक सी
ऐ पिंजरे के पंछी
आ तुझको मैं 
आज़ाद कर दूँ 
हर बंधन से 
मुक्त कर दूँ 

जब जी चाहे
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