
मैं भीड़ का हूँ शोरगुल
तुम शांत बहता जल हो
मैं कर्कश सा कोलाहल
तुम सरिता की कलकल हो
मैं डूब चुका भीड़ तंत्र में
Read More! Earn More! Learn More!
मैं भीड़ का हूँ शोरगुल
तुम शांत बहता जल हो
मैं कर्कश सा कोलाहल
तुम सरिता की कलकल हो
मैं डूब चुका भीड़ तंत्र में