धीरे धीरे बदल रहा है
अपनी अस्मिता खो रहाहै
शहर के फेर में पड़ कर
निरंतर पलायन हो रहा है
मेरा गाँव शहर हो रहा है
सूने हो गए गली चौबारेRead More! Earn More! Learn More!
धीरे धीरे बदल रहा है
अपनी अस्मिता खो रहाहै
शहर के फेर में पड़ कर
निरंतर पलायन हो रहा है
मेरा गाँव शहर हो रहा है
सूने हो गए गली चौबारेRead More! Earn More! Learn More!