सफर लंबा है शायद
लिटा कर भेज रहे हैं
नहला कर सजा कर
जँचा कर भेज रहे हैं
ना जाने क्यों आज
इतनों को बुलाया है
इसको उसको सबको
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सफर लंबा है शायद
लिटा कर भेज रहे हैं
नहला कर सजा कर
जँचा कर भेज रहे हैं
ना जाने क्यों आज
इतनों को बुलाया है
इसको उसको सबको
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