खंडहर's image

दरकने लगीं हैं खंडहर की दीवारें अब तो

ज़हन से रौनकों का ज़माना निकलता नहीं

पाँव रोकती हैं उम्र की बैसाखियाँ अब

Read More! Earn More! Learn More!