भरे पतझड़ में
खिली बहार सी
बिन मौसम के
बरसात सी
कोमल मन के
पहले उच्चार सी
नव-यौवन के
प्रथम उन्माद सी
मंदिर में स्थ
Read More! Earn More! Learn More!
भरे पतझड़ में
खिली बहार सी
बिन मौसम के
बरसात सी
कोमल मन के
पहले उच्चार सी
नव-यौवन के
प्रथम उन्माद सी
मंदिर में स्थ