![कच्चे धागे's image](https://kavishala-ejf3d2fngme3ftfu.z03.azurefd.net/kavishalalabs/post_pics/%40manju-sharma/None/20230309_172704_13-04-2023_16-55-21-PM.jpg)
बार बार पढ़ने को जी चाहे
सिरहाने रखी किताब हो तुम
नित नए सिरे से लिखी जाए
ऐसी अधूरी कविता हो तुम
कच्चे धागों
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बार बार पढ़ने को जी चाहे
सिरहाने रखी किताब हो तुम
नित नए सिरे से लिखी जाए
ऐसी अधूरी कविता हो तुम
कच्चे धागों