
आकर मिलने की ख़ुशी
मिलकर ठहरने की खुशी तुम्हें मंजूर कब थी
इस उदासी को अपना एक मुकाम चाहिए
तुम नहीं तो तुम्हारा ख्वाब चाहिए
जो दिल में बस जाए वो प्यार चाहिए
जो धड़कन बन जाए वो
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आकर मिलने की ख़ुशी
मिलकर ठहरने की खुशी तुम्हें मंजूर कब थी
इस उदासी को अपना एक मुकाम चाहिए
तुम नहीं तो तुम्हारा ख्वाब चाहिए
जो दिल में बस जाए वो प्यार चाहिए
जो धड़कन बन जाए वो