सपने's image

ख्वाब से आंखो में मैं बुनती हूं
सच कहु तो सपने कम
आंसू ज्यादा चुनती हूं
चुनती हूँ क्या
ज्यादा फूल न ज्यादा कांटे
ज़्यादा प्यार न ज़्यादा ख़ुशी
कई बार तो ये ख्वाब
मुझसे रूठ

Tag: day3 और1 अन्य
Read More! Earn More! Learn More!