किस हक से ?'s image

माफी मांगी नहीं तुमने एक दफा,

किस हक से इख्तियार करते हो ?

धिक्कार है ऐसी वफा,

जिसकी तुम प्रदर्शनी करते हो ।

कमज़ोर हैं हम थोड़े, कब तक हों खफा,

तकल्लुफ की अदा कहा सीखे थे ?

कितनी भी टूटी हो जफा,

सिल रखी है जुबान, बयान हम कहां करते हैं।