![रूह's image](https://kavishala-ejf3d2fngme3ftfu.z03.azurefd.net/kavishalalabs/post_pics/%40mailsunil3sharma/None/IMG-20220405-WA0006_06-04-2022_10-14-49-AM.jpg)
#चल घर अब रात हो गई है।
सुब्ह अब नहीं होगी रात से बात हो गई है।।
#अब नहीं मिलती पुरज़ोर मुझसे।
क्या किसी औऱ से मुलाकात हो गई है।।
#अभी औऱ उगलने थे राज मुझको।
क्या कहा शराब ख़त्म हो गईं है।।
#नहीं रहे अब राजदारों मे राज।
दोस्ती मे ईमानदारी ख़त्म हो गईं है।।
#छालें है पर रुकते नहीं कदम।
क्या मंजिल नाराज़ हो गईं है।।
#रात मे नींद न दिन मे चैन बेदख़ल।
दिन रात मे, रात दि
Read More! Earn More! Learn More!