
अपने बारे में क्या लिखूं मैं,
मुझसे ही लिखी गई हर कहानी।?️
समय के साथ मेरा बदला रुप,
रंगीन हो गई मेरी जवानी।?️
काला,नीला,लाल, हरा, गुलाबी,
अंग में रुधीर रहता है झलक।?️
कहीं प्लास्टिक से सजी धजी हूंँ
Read More! Earn More! Learn More!

अपने बारे में क्या लिखूं मैं,
मुझसे ही लिखी गई हर कहानी।?️
समय के साथ मेरा बदला रुप,
रंगीन हो गई मेरी जवानी।?️
काला,नीला,लाल, हरा, गुलाबी,
अंग में रुधीर रहता है झलक।?️
कहीं प्लास्टिक से सजी धजी हूंँ