ये नज़र उनकी नज़र से मिल जाएं तो अच्छा
मेरा दिल उन को कहीं से ढूंढ लाएं तो अच्छा..
हम दोनों जो चुपके - चुपके ख़्वाबों मिल रहे हैं
अगर ये ख़्वाब हकीकत में बदल जाएं तो अच्छा..
मैं ज़ख्मी कलम से रोज़ लिख तो देता हूं अपना तुम्हें
हों यूं कि कभी ये मेरा लिखा सच हो जाएं तो अच्छा..
पर्दा हम भी कर रहें हैं इस ज़माने से और तुम भी
किसी दिन बे - खौफ़ हो कर मिल जाएं तो अच्छा..
मैं हर र
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