वो फ़ौजी कहलावें हैं's image
392K

वो फ़ौजी कहलावें हैं

जिन सभी के लिए हम अपनी जान लुटाते जावें हैं

वहीं लोग हमें बीतें दिनों के समान भुलाते जावें हैं 




मां अपने बेटे को रोकन लई कई तरकीब लगावें हैं

बापू भी पूत नू रोकन लई कईयों बहाने लावें हैं




उस राह पर चल पड़ा हैं एक मां - बाप का बेटा 

जिस राह से कम ही मांओं के बेटे लौट के आवें हैं




दे गया वो अपनों की आंखों में आंसू जाते - जाते

उसकी आंखों में ज़रा सा भी खौफ़ नज़र न आवें हैं




Read More! Earn More! Learn More!