मन की व्यथा's image
00

मन की व्यथा

एक एक कर ,हर ऋतु बीती 
बीतो सावन , बीत गयो वसंत 
जोगन बन बाट जोहते
बनी कभी मीरा, कभी राधा रंग 
Read More! Earn More! Learn More!