Browse
Events
Chapters
Authors
Quiz
More
About Us
Blog
Reviews
Careers
Contact Us
Opportunities
UAE
Login / Sign Up
Home
Profile
Home
Profile
Poetry
1 min read
196K
ये तेरी आंखे नहीं, ये मेरा आईना
शिव कुमार खरवार
October 31, 2022
Explore with
ये तेरी आंखे नहीं, ये मेरा आईना
ये तेरी आंखे नहीं, ये मेरा आईना है
जिससे खुद को रूबरूह होने से रोक नही पाता हूँ
तू कही दूर खड़ी होके मुस्कुराती है
और मैं तेरी मुस्कुराहट को ही देख खुश
Read More
Join Our WhatsApp Community
Read More! Earn More! Learn More!
Login/ Signup