कठपुतली की हंसी's image
209K

कठपुतली की हंसी

टूटी बेदम दीवारों को
सपनों का महल बनाने की कशमकश में
भूल गया था उस बारिश को
जिसमें कागज की नावों संग खेला करता था
छोड़ आया था उस हवा को
जिसमें बेफिक्री के साथ पतंगे तैरा करती थी।
टटोल रहा था
वसीयतों की, बन्द पड़ी उन सन्दूकों को
संभाल रखा था जिनमें उम्मीदों के कुछ सवालों को
बहुत जोर आजमाईश की किस्मत ने
फिर भी खोल ना पाया पत्थर हो चुके उन जवाबों को।
अलमस्त हुआ करता था कभी
अजनबी बना

Read More! Earn More! Learn More!