
कलम की नोक पर जीवन,
लिखी है हम दीवानों ने ।
हमारी मंजिलें स्याही से ,
है कुछ कर दिखाने की ।
वतन के काम आने की ,
वतन पर जां मिटाने की ।
हमारी मंजिलें जग में ,
ये सरगम छोड़ जाने की ।
बुरा है जग हुआ तो क्या ?
हमें खुद
Read More! Earn More! Learn More!
कलम की नोक पर जीवन,
लिखी है हम दीवानों ने ।
हमारी मंजिलें स्याही से ,
है कुछ कर दिखाने की ।
वतन के काम आने की ,
वतन पर जां मिटाने की ।
हमारी मंजिलें जग में ,
ये सरगम छोड़ जाने की ।
बुरा है जग हुआ तो क्या ?
हमें खुद