
जम्हूरियत इक तर्ज़-ए-हुकूमत है कि जिस में
बंदों को गिना करते हैं तौला नहीं करते
[अल्लामा इक़बाल]
_________________
यही जम्हूरियत का नक़्स है जो तख्त-ए-शाही पर
कभी मक्कार बैठे हैं कभी ग़द्दार बैठे हैं
[डॉक्टर आज़म]
_________________
कभी जम्हूरियत यहाँ आए
यही 'जालिब' हमारी हसरत है
[हबीब जालिब]
_________________
जम्हूरियत के बीच फँसी अक़्लियत था दिल
मौक़ा जिसे जिधर से मिला वार कर दिया
[नोमान शौक़]
_________________
Read More! Earn More! Learn More!