तब समझूँगा आया वसंत  -  शिवमंगल सिंह सुमन's image
382K

तब समझूँगा आया वसंत - शिवमंगल सिंह सुमन

जब सजी बसंती बाने में

बहनें जौहर गाती होंगी

क़ातिल की तोपें उधर

इधर नवयुवकों की छाती होगी

तब समझूँगा आया वसंत।

जब पतझड़ पत्तों-सी विनष्ट

बलिदानों की टोली होगी

जब नव विकसित कोंपल कर में

कुंकुम होगा, रोली होगी

तब समझूँगा आया वसंत।

युग-युग से पीड़ित मानवता

सुख की साँसे भरती होगी

Tag: poetry और3 अन्य
Read More! Earn More! Learn More!