
मरीज को दवा बचाती है, और डॉक्टर को उसका आत्मविश्वास - नीलोत्पल मृणाल
ऐ कवि कविता नहीं
अपने समय की चिंता लिखो
सब लिखते हैं गहरा समुंदर
तुम डूबे को तिनका लिखो!
- इस देश ने जितना मार्क्स को पढ़ा, समझा, और अपने मे गूथा-ठूसा, उतना अगर गाँधी जी को पढ़ा समझा होता तो शायद पीढ़ियों का सबक कुछ और होता!
- सूर्य की रौशनी में जितनी भी चीजें दिखाई दे रही हैं, वो सब यूपीएससी का सलेबस है।
- इस देश ने जितना मार्क्स को पढ़ा, समझा, और अपने मे गूथा-ठूसा, उतना अगर गाँधी जी को पढ़ा समझा होता तो शायद पीढ़ियों का सबक कुछ और होता!
- एक स्त्री के देह के साथ बलात्कार एक बार होता है मगर उसकी चेतना में वो बलात्कार बार-बार होता है, यह एक ऐसा मामला है जिसमें आप दोषी को तो सज़ा दे सकते हैं लेकिन पीड़िता को न्याय नहीं दे
Read More! Earn More! Learn More!