
इस्मत चुग़ताई, उर्दू साहित्य के महत्वपूर्ण और प्रमुख लेखकों में से एक हैं, जिन्होंने अपनी साहित्यिक यात्रा में अपना विशेष स्थान बनाया है। उनका जन्म 16 अगस्त 1915 को भारत के उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में हुआ था। इन्होंने अपने जीवनकाल में कई कहानियाँ, उपन्यास, नाटक, और आलेख लिखे और उर्दू साहित्य को एक नया दिशा देने में योगदान किया।
इस्मत चुग़ताई का लेखनी जीवन उनकी कल्पनाशक्ति और उनके सामाजिक दृष्टिकोण का परिचायक है। उन्होंने महिलाओं की समस्याओं, समाजिक और राजनीतिक मुद्दों, और जीवन के विभिन्न पहलुओं को अपनी रचनाओं में प्रस्तुत किया।
इस्मत चुग़ताई की लिखी कहानियाँ और उपन्यास उनकी गहरी विचारधारा और भाषा का परिचायक हैं। उन्होंने साहित्य में सामाजिक न्याय, महिलाओं के अधिकार, और मानवता के मूल मुद्दों पर अपने काम के माध्यम से विचार किए।
इस्मत चुग़ताई की लेखनी उर्दू साहित्य के एक महत्वपूर्ण मोमेंट है और उनकी साहित्यिक यात्रा ने उर्दू साहित्य को एक नया दिशा देने में मदद की। उनके द्वारा रचित रचनाएँ आज भी पाठकों के बीच में लोकप्रिय हैं और उनकी साहित्यिक यात्रा का परिचय