तेरे दर को छोड़ के -कामिनी मोहन।'s image
400K

तेरे दर को छोड़ के -कामिनी मोहन।

तेरे दर को छोड़ के कहाँ जाऊँगा,
तेरे एहसाँ को कैसे चुका पाऊँगा।

जीवन की गाड़ी पटरी से जो उतरी कभी,
दी  है  ख़ुशियाँ  छाई  जो  मायूसी  कभी।

फैलाया  जब  भी  मैंने  दामन अप
Read More! Earn More! Learn More!