221.(अंतिम से आरंभ किया)" गूँजे हर पल " - कामिनी मोहन।'s image
00

221.(अंतिम से आरंभ किया)" गूँजे हर पल " - कामिनी मोहन।

अंतिम से आरंभ किया 

" गूँजे हर पल " 

गूँजे हर पल भौंरों के गीत
गीत के सुर में गुम हुई धूप 
धूप से मिलती कलियों की नज़रे
नज़रे निरखती सतरंगी रुप 
रुप चुराते ओस की बूँद
बूँद
Read More! Earn More! Learn More!