रातभर's image
एक के तुझको ख्वाबों में भी देखना न मयस्सर,
और फिर तू याद भी आता जाता रहा रातभर,

मुझको तिरे लफ्जों से रही थी मोहोब्बत,
और फिर में तिरे पन्ने जलाता रहा रातभर,

Read More! Earn More! Learn More!