
हैरान सभी हैं देख कर, जलवा ए गौस पाक।
हिंदल वली के सर पे है, तलवा ए गौस पाक।
सुल्तान ए अंबिया के नवासे, सुल्तान ए औलिया,
कितना निराला पाक है, रिश्ता ए गौस पाक।
हर कादरी के दिल पे है, चलता तेरा हुकूमत,
कैसे करूं बयां मैं, रुतबा ए गौस पाक।
कुल औलिया हैं मुक्तदी विलायत को नाज़ है,
तुझ पे निसार जाऊं मैं हूं बंदा ए गौस पाक।
बारिश ए फैज़ ओ करम से वो लुत्फ पाएगा&
हिंदल वली के सर पे है, तलवा ए गौस पाक।
सुल्तान ए अंबिया के नवासे, सुल्तान ए औलिया,
कितना निराला पाक है, रिश्ता ए गौस पाक।
हर कादरी के दिल पे है, चलता तेरा हुकूमत,
कैसे करूं बयां मैं, रुतबा ए गौस पाक।
कुल औलिया हैं मुक्तदी विलायत को नाज़ है,
तुझ पे निसार जाऊं मैं हूं बंदा ए गौस पाक।
बारिश ए फैज़ ओ करम से वो लुत्फ पाएगा&
Read More! Earn More! Learn More!