कविता's image

कल्पनाओं को अपरिमित,

अनुभूतियों में संझो कर,

तुम्हारी अनुकृति बनाना ही,

तो है कविता,


तेरे सुखद अहसास को,

स्वर में गुनगुना कर,

शब्द-शब्द कर देना ही,

तो है कविता,


मेरे मन में बैठी,

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