![काश!'s image](https://kavishala-ejf3d2fngme3ftfu.z03.azurefd.net/kavishalalabs/post_pics/%40indraj-yogi/None/20230207_223801_07-02-2023_22-39-06-PM.jpg)
काश! कुछ ऐसा होता कि भू कांपती तो सितारे बरसते,
इस आसमान में किसी के नक्षत्र बदलते,
शनि सुकून देता और मंगल भी शुभकामना देता,
धरती का बोझ भी न असहनीय होता,
झिंझोड़े जाने से भी कोई फूल न टूटता,
Read More! Earn More! Learn More!
काश! कुछ ऐसा होता कि भू कांपती तो सितारे बरसते,
इस आसमान में किसी के नक्षत्र बदलते,
शनि सुकून देता और मंगल भी शुभकामना देता,
धरती का बोझ भी न असहनीय होता,
झिंझोड़े जाने से भी कोई फूल न टूटता,