
वेद, पुराण, रामायण और गीता,
बिन हिंदी कैसे लिखी जाती कविता,
स्वर, व्यंजन, अलंकार हैं इसकी शान,
सभ्यता, संस्कृति और इतिहास का ज्ञान,
हिंदी हैं हम, हिंदी पर अभिमान।
दोहे कबीर के , मीरा के भजन,
हिंदी से ही हुआ साहित्य का सृजन,
रश्मिरथी, मधुशाला और गोदान,
दिनकर, हरिवंश, प्रेमचंद बने हैं महान,
हिंदी हैं हम, हिंदी पर अभिमान।
Read More! Earn More! Learn More!