
बारिश भी अपने साथ, कई सौगातें लाती हैं,
किसी की आंखों में चमक, किसी को आंसू दे जाती है
उलझनों से दो हाथ कर, मंजिल की ओर बढ़ बेझिझक,
ठोकरों के बिना कभी, क्या कोई बाजी जीती जाती है?
मैंने रखा है हिफाजत से, अपने किरदार को आईने-सा साफ,
नुक्स निकालने वालों को, सिर्फ धूल नज़र आती है।
फा
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