प्रकृति के हैं लाखों सोपान (कविता)'s image
162K

प्रकृति के हैं लाखों सोपान (कविता)

मेरी लेखनी,, मेरी कविता
 प्रकृति के हैं लाखों सोपान
(कविता)
प्रकृति विशेषांक

प्रकृति के लाखों हैं सोपान
 चाहे कोई जीवन ढूंँढे,
चाहे ढूंँढे ज्ञान ।
प्रकृति के लाखों हैं सोपान।
  
मेरे चमन की शान निराली
कण-कण में फैली हरियाली,
 छोटे ,बड़े सभी पलते हैं
 अजब है इसकी शान।
 प्रकृति के लाखों हैं सोपान।।

 जीवन को ऐसे रचती है
 कण-कण में धारा बहती है, 
पल -पल यह मानव को देती
 
Read More! Earn More! Learn More!