महिमा -मेरे देश की's image
मेरी लेखनी ,मेरी कविता 
महिमा- मेरे देश की 

मेरा देश है ,बड़ा निराला 
तरह-तरह के, रंगों वाला 

गँगा गोरी ,यमुना काली शाम सुनहरी ,सुबह उजाली ।

तरह-तरह के मौसम आते ,साथ में ढेरों खुशियां लाते ।

कभी है, होली, कभी दिवा
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